राजस्थान पुलिस का गुमशुदा बच्चों की सुरक्षा की ओर बड़ा कदम

राजस्थान पुलिस ने 18 वर्ष से कम उम्र के गुमशुदा बच्चों को ढूंढने के लिए राज्य स्तर पर 1 अप्रैल से 30 अप्रैल 2025 तक विशेष अभियान चलाने का निर्णय लिया है। इस अभियान को “ऑपरेशन खुशी-9” नाम दिया गया है, जो बच्चों की सुरक्षा और उनके परिवारों को राहत प्रदान करने के प्रति पुलिस की प्रतिबद्धता का प्रतीक है।
गुमशुदा बच्चों की सुरक्षा की पहल
राजस्थान पुलिस द्वारा गुमशुदा बच्चों की तलाश के लिए पहले भी कई अभियान चलाए जा चुके हैं, लेकिन इस बार अभियान को अधिक व्यापक और प्रभावी तरीके से आयोजित किया जाएगा।
थानावार टीमें और तकनीकी सहायता
इस अभियान के लिए राज्य में थानावार टीमें गठित की जा रही हैं। साथ ही जिला स्तर पर साईबर सैल को जोड़ा जाएगा, ताकि तकनीकी सहायता के माध्यम से बच्चों को जल्द से जल्द ढूंढा जा सके।
कर्मचारियों के लिए प्रोत्साहन और अनुशासन
अतिरिक्त महानिदेशक पुलिस सिविल राइट्स एवं एएचटी मालिनी अग्रवाल ने बताया कि अभियान में मेहनत और लगन से कार्य करने वाले पुलिसकर्मियों को पुरस्कृत किया जाएगा। वहीं, उदासीनता और लापरवाही बरतने वाले पुलिसकर्मियों के विरुद्ध
अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाएगी।
साप्ताहिक प्रगति रिपोर्ट और समर्पण
राज्य के सभी जिलों द्वारा इस अभियान की साप्ताहिक प्रगति रिपोर्ट पुलिस मुख्यालय में प्रस्तुत की जाएगी। इससे अभियान की प्रभावशीलता और प्रगति का सही आकलन किया जा सकेगा।
अभियान की सफलता का उद्देश्य
इस अभियान का मुख्य उद्देश्य गुमशुदा बच्चों को सुरक्षित ढूंढ कर उनके परिवारों को सौंपना है। पुलिस ने इस अभियान को सफल बनाने के लिए समर्पण और तकनीकी विशेषज्ञता का उपयोग करने का निश्चय किया है।
“ऑपरेशन खुशी-9” राजस्थान पुलिस का एक ऐतिहासिक कदम है, जो बच्चों की सुरक्षा और उनके भविष्य को संवारने की दिशा में एक मजबूत संदेश देता है।