भगवा दल में बदलाव की बयार: हिंदू नववर्ष में नए अध्यक्ष की ताजपोशी?

बेंगलुरु बैठक में मंथन, नए अध्यक्ष पर मुहर की उम्मीद
भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) में इन दिनों नेतृत्व परिवर्तन की चर्चा जोरों पर है। नए हिंदू नववर्ष की शुरुआत के साथ ही पार्टी के नए राष्ट्रीय अध्यक्ष की घोषणा की उम्मीद जताई जा रही है। माना जा रहा है कि बेंगलुरु में होने वाली महत्वपूर्ण बैठक में इस पर अंतिम मुहर लग सकती है।
संगठनात्मक चुनाव और स्थापना दिवस का महत्व
30 मार्च 2025 से शुरू होने वाले हिंदू नववर्ष में पार्टी कभी भी नए अध्यक्ष के नाम का ऐलान कर सकती है। तब तक आधे से अधिक राज्यों में संगठनात्मक चुनाव संपन्न हो जाएंगे, जिससे निर्वाचक मंडल का कोरम भी पूरा हो जाएगा। 6 अप्रैल को भाजपा का स्थापना दिवस है, ऐसे में सबकी निगाहें इस बात पर टिकी हैं कि क्या पार्टी को नया अध्यक्ष स्थापना दिवस के मौके पर मिलेगा या इसके बाद।
संभावित उम्मीदवारों की सूची
भाजपा के नए राष्ट्रीय अध्यक्ष के लिए कई नामों पर विचार किया जा रहा है, जिनमें से कुछ प्रमुख संभावित उम्मीदवार इस प्रकार हैं:
- दग्गुबाती पुरंदेश्वरी: दक्षिण भारत से एक सशक्त महिला चेहरा, जो भाजपा की आंध्र प्रदेश इकाई की अध्यक्ष हैं। उनकी उम्मीदवारी से दक्षिण भारत में पार्टी की पकड़ मजबूत होने की संभावना है।
- शिवराज सिंह चौहान: मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और वरिष्ठ नेता, जिनके पास संगठन और शासन का व्यापक अनुभव है।
- मनोहर लाल खट्टर: हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री, जो आरएसएस के करीबी माने जाते हैं और संगठनात्मक कौशल के लिए जाने जाते हैं।
- भूपेंद्र यादव: केंद्रीय मंत्री और राजस्थान से आने वाले नेता, जिन्हें संगठन और सरकार में तालमेल का अच्छा अनुभव है।
- धर्मेंद्र प्रधान: केंद्रीय मंत्री और ओडिशा से प्रमुख चेहरा, जो पूर्वी और दक्षिणी राज्यों में पार्टी को मजबूत कर सकते हैं।
- वनाथि श्रीनिवासन: तमिलनाडु से एक और महिला नेता, जो दक्षिण भारत में भाजपा की उपस्थिति बढ़ाने में मददगार हो सकती हैं।
नेतृत्व और आरएसएस की सहमति महत्वपूर्ण
इन नामों के अलावा, कुछ अन्य नेताओं की भी चर्चा है, लेकिन अंतिम निर्णय भाजपा नेतृत्व और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के बीच सहमति पर निर्भर करेगा। बेंगलुरु बैठक इस दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम साबित हो सकती है।
नए अध्यक्ष की चुनौतियां
नए अध्यक्ष के सामने कई चुनौतियां होंगी, जिनमें 2024 के आम चुनावों में पार्टी की जीत को बरकरार रखना, विभिन्न राज्यों में पार्टी संगठन को मजबूत करना, और युवा पीढ़ी को पार्टी से जोड़ना शामिल है।
भाजपा का भविष्य
भाजपा के नए राष्ट्रीय अध्यक्ष का चुनाव पार्टी के भविष्य के लिए एक महत्वपूर्ण घटना है। यह देखना दिलचस्प होगा कि पार्टी किस नेता को यह जिम्मेदारी सौंपती है और वह पार्टी को किस दिशा में ले जाते हैं।